हाल ही में एक राजनीतिक घटनाक्रम में, भारतीय राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए ‘फैमिली मैन’ रुख के खिलाफ जवाबी हमला किया है।
क्या है पूरा मामला
जैसे जैसे 2024 लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे वैसे नेताओं ने एक दूसरे पर जुबानी हमला करना शुरू कर दिया है । इसी बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके ही बयान को लेकर हमला किया है । दरसल हाल ही मे प्रधानमंत्री मोदी खुदको भारत के हर परिवार का हिस्सा मानते है जबकि 2014 मे उन्होंने अपने आप को देश का चौकीदार के रूप मे संबोधित किया था ।
तेजस्वी यादव की राजनीतिक पृष्ठभूमि
तेजस्वी यादव भारत में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक नेता हैं, विशेष रूप से बिहार राज्य में प्रभावशाली हैं। वह एक अनुभवी भारतीय राजनेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं। तेजस्वी कम उम्र से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं और वर्तमान में बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे बिहार के पूर्व उपमुख्य मंत्री भी रह चुके हैं और 17 महीनों मे ही जनता के मन मे अपनी छाप छोर चुके हैं।
‘चौकीदार’ से ‘फैमिली मैन’ में परिवर्तन
2014 के आम चुनावों से पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने खुद को ‘चौकीदार’ या राष्ट्र के संरक्षक के रूप में स्थापित किया। इस छवि को 2019 के चुनावों में “मैं भी चौकीदार” के नारे के साथ प्रचारित किया गया था (I am also a guardian). हालाँकि, हाल की घटनाओं में, ऐसा लगता है कि पीएम मोदी ने खुद को एक ‘पारिवारिक व्यक्ति’ के रूप में पेश करते हुए इस रुख को बदल दिया है।
मोदी की नई छवि पर तेजस्वी यादव का पलटवार
पीएम मोदी की नई छवि पर तीखा पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “पिछली बार वे चौकीदार बने थे, अब वे एक पारिवारिक व्यक्ति बन गए हैं। यह बयान एक जनसभा के दौरान दिया गया था और मीडिया में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया था। यादव ने गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को उठाते हुए मोदी की बदलती राजनीतिक छवि पर कटाक्ष किया।
लालू प्रसाद की टिप्पणी का यादव ने किया समर्थन
मोदी की ‘पारिवारिक व्यक्ति’ की छवि पर पलटवार करने के अलावा तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव की प्रधानमंत्री के परिवार के बारे में विवादास्पद टिप्पणी का भी बचाव किया। लालू प्रसाद ने मोदी के परिवार के बारे में कुछ व्यक्तिगत टिप्पणियां की थीं, जिसकी व्यापक आलोचना हुई थी। हालांकि, तेजस्वी अपने पिता के बयानों पर कायम रहे और कहा कि सरकार को विभिन्न मुद्दों पर जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए।
तेजस्वी यादव और नरेंद्र मोदी के बीच राजनीतिक संघर्ष भारत में राजनीतिक आख्यानों के निरंतर विकास को प्रकाश में लाता है। राजनेताओं की बदलती छवि और चल रहे शब्दों के युद्ध के साथ, भारतीय राजनीतिक परिदृश्य गतिशील और पेचीदा बना हुआ है। जैसे-जैसे जनता इन घटनाक्रमों को देख रही है, आगामी चुनावों पर इन राजनीतिक संवादों का प्रभाव देखा जाना बाकी है।
-Daisy