केतु गोचर 2023: केतु गोचर के अक्टूबर से इन राशियों की चमकेगी किस्मत

ज्योतिष में राहु-केतु को उपछाया ग्रह माना गया है. लेकिन अन्य ग्रहों की तरह राहु-केतु का गोचर भी महत्वपूर्ण माना जाता है. 30 अक्टूबर को केतु तुला से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे.

Admin
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Highlights
  • राहु की तरह केतु भी एक मायावी ग्रह है, जिसे किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है
  • वैदिक ज्योतिष में केतु को उपछाया माना गया है
  • केतु 30 अक्टूबर को तुला राशि से निकलकर बुध की राशि कन्या में गोचर करेंगे

13th July 2023, Mumbai: राहु की तरह केतु भी एक मायावी ग्रह है, जिसे किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है. लेकिन केतु को मंगल के समान फल देने जैसा माना गया है. यानी अगर कुंडली में केतु की स्थिति अच्छी है तो आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे. लेकिन केतु की स्थिति खराब होने पर आप मुश्किलों में फंसे रहेंगे. इसलिए केतु का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं.

वैदिक ज्योतिष में केतु को उपछाया माना गया है. लेकिन अन्य बड़े ग्रहों की तरह ही केतु के गोचर को भी महत्वपूर्ण माना जाता है. 30 अक्टूबर 2023 को केतु का गोचर होने वाला है. केतु 30 अक्टूबर को तुला राशि से निकलकर बुध की राशि कन्या में गोचर करेंगे. केतु के कन्या राशि में प्रवेश करते ही कई राशियों का भाग्य चमकने लगेगा और इन्हें हर काम में सफलता मिलेगी. जानते हैं इन शुभ राशियों के बारे में.

    • मेष राशि (Aries)- केतु का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होने वाला है. इस भाव से रोग, कर्ज और शत्रु का विचार किया जाता है. ऐसे में इस भाव में विराजमान केतु की दृष्टि आपके दशम, द्वादश और धन भाव पर रहेगी. 30 अक्टूबर को केतु के गोचर के बाद आपके वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी और पति-पत्नी के बीच रिश्ते प्रगाढ़ होंगे. शत्रुओं पर विजय प्राप्ति होगी और आप नौकरी-व्यवसाय में भी खूब तरक्की करेंगे. केतु की कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. इस दौरान आप किसी नए काम की शुरुआत भी कर सकते हैं, जिसमें आपको लाभ होगा.
    • कर्क राशि (Cancer)- कर्क राशि से केतु का गोचर तीसरे भाव में होगा. यह भाव संवाद, लेखन, भाई, साहस और यात्राओं से संबंधित है. इस भाव में रहकर केतु आपके सप्तम, नवम और एकादश भाव को देखेंगे. ऐसे में अक्टूबर में केतु के गोचर करते ही भाईयों के साथ रिश्ते प्रगाढ़ होंगे. धन और सम्पत्ति को लेकर चल रहे विवाद भी खत्म होंगे और सफल व सुखद यात्रा के योग बनेंगे. इस दौरान आप किसी धार्मिक यात्रा का हिस्सा बनेंगे. केतु की कृपा से आप कोई नया काम शुरू करेंगे. नौकरी-व्यापार से जुड़े लोगों को काम में सफलता मिलेगी.
    • वृश्चिक राशि (Scorpio) – वृश्चिक राशि से केतु का गोचर एकादश भाव में होने वाला है, जो मित्र और धन से जुड़ा है. इस भाव में विराजमान होकर केतु की दृष्टि तीसरे, पंचम और सप्तम भाव पर रहेगी. एकादश भाव में केतु का गोचर वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए लाभदायक साबित होगा. इससे लंबे समय से रुके व अटके काम पूरे होंगे और धन का भी लाभ होगा. विद्यार्थी वर्ग से जुड़े लोगों को भी सफलता मिलेगी.
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