इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती

Israel: करीबी सूत्रों का हवाला देते हुए हिब्रू मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि इजराइल के 73 वर्षीय प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की थी.

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Highlights
  • इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अस्वस्थता महसूस होने के बाद अस्पताल ले जाया गया
  • 'अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की'
  • विदेशी यात्राओं के दौरान मेडिकल टेस्ट

17th July 2023, Mumbai: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) को शनिवार (15 जुलाई) को रामत गान के शीबा मेडिकल सेंटर हॉस्पिटल ले जाया गया. यहां उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. इजरायली हिब्रू मीडिया के मुताबिक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तबीयत खराब होने बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि उनकी हालत अच्छी है और उनका मेडिकल टेस्ट किया जा रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के हेल्थ के बारे में विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी. इजरायली मीडिया ने कहा कि उन्हें तेल अवीव के पास तेल हाशोमर में शीबा हॉस्पिटल में उनके निजी आवास से पूरी तरह से होश में लाया गया था.

‘अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की’
इजराइल के 73 वर्षीय प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी सूत्रों का हवाला देते हुए हिब्रू मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि उन्होंने पहले अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की थी, जिसके बाद काफिले के साथ केसरिया में वीकेंड मना रहे नेतन्याहू को रामत गान के शीबा मेडिकल सेंटर लाया गया. इसके अलावा सूत्रों ने जानकारी दी कि इस सप्ताह के अंत में इज़राइल लू का सामना कर रहा है, जिसके वजह से पीएम की तबीयत खराब हो गई.

इससे पहले नेतन्याहू को अक्टूबर 2022 में सीने में दर्द के बाद हॉस्पिटल ले जाया गया था. टेस्ट के परिणाम सामान्य आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. इस साल की शुरुआत में जनवरी में उनकी नियमित कोलोनोस्कोपी भी हुई थी.

विदेशी यात्राओं के दौरान मेडिकल टेस्ट
इजराइल में बेंजामिन नेतन्याहू के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले नेता है. उन्होंने साल 2009 में प्रधानमंत्री के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद से औपचारिक रूप से किसी कार्यवाहक प्रधानमंत्री को नामित नहीं किया है. इसी तरह जुलाई के अंत में कार्यालय लौटने पर उन्होंने ऐसा करने से परहेज किया. अगर वह ऐसा करते तो राजनीतिक अराजकता की संभावना पैदा हो जाती.

वहीं पहले भी जब वो विदेशी यात्राओं पर थे तब उन्हें निर्धारित चिकित्सा टेस्ट से गुजरना पड़ा था तो उन्होंने अस्थायी रूप से उनकी जगह काम करने के लिए एक मंत्रिस्तरीय सहयोगी को नामित किया था.

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