एक नाबालिग ने लापरवाही से पोर्शे चलाकर दो लोगों की जान ले ली। यह घटना पुणे में हुई, जिसके बाद उसे 15 घंटे के अंदर जमानत दे दी गई और अदालत ने उसे घटना पर एक निबंध लिखने के लिए कहा। इससे सोशल मीडिया और पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। ऐसे में एक और घटना सामने आई , एक युवक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ कर रहा था। वह आए दिन उसे परेशान कर रहा था। इसके लिए उसे गिरफ्तार किया गय। लेकिन कोर्ट ने यह मानते हुए उसे जमानत दे दी है कि वह एक अच्छे परिवार का लड़का है।
यह घटना कहां की है?
मध्य प्रदेश का एक कॉलेज युवक नाबालिग लड़की से रोजाना छेड़छाड़ कर रहा था। एक नाबालिग लड़की और उसके माता-पिता की शिकायत के बाद उसके खिलाफ POCSO के तहत मामला दर्ज किया गया और 4 अप्रैल को युवक गिरफ्तार भी हुआ।
लेकिन कोर्ट ने अब उसे जमानत दे दी है। इस युवक की हरकतें अनुचित हैं, लेकिन वह एक अच्छे परिवार का बेटा है, यह कहते हुए कोर्ट ने उसे जमानत दे दी है। इस लड़के की जड़ें एक संस्कारी परिवार से हैं इसलिए उसे सुधरने का मौका दिया जाना चाहिए यह कोर्ट का मानना है।
इस प्रकरण पर जस्टिस आनंद पाठक ने क्या कहा है?
जस्टिस आनंद पाठक ने 16 मई को युवक को जमानत दे दी। इस लड़के के खिलाफ दर्ज अपराध वाकई गंभीर है, लेकिन यह लड़का एक अच्छे परिवार से आता है। इसलिए उसे अपनी गलती सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए। जस्टिस आनंद पाठक ने कहा है कि उनका व्यवहार समाज की कुरूपता को दर्शाता है लेकिन उन्हें सुधार के अवसर के तौर पर जमानत दी जा रही है। इस कॉलेज युवक को दो महीने के लिए जमानत दे दी गई है। यह युवक एक नाबालिग लड़की पर फब्तियां कसना, पीछा करना और छेड़खानी जैसे काम कर रहा था जिसके बाद लड़की और उसके माता-पिता की शिकायत पर 4 अप्रैल को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने इस बारे में क्या जानकारी दी?
इस लड़के के बारे में पुलिस ने कुछ जरूरी जानकारी दी है। वह लड़का नाबालिग लड़की को हर रोज किसी न किसी तरह से परेशान कर रहा था। उसे चिढ़ाया जा रहा था। उसे व्हाट्स ऐप और सोशल मीडिया पर भी स्टॉक कर रहा था। उसे कॉल कर उसके साथ अश्लील बातचीत इस लड़के ने की है। लेकिन कोर्ट ने इस लड़के को जमानत दे दी है। जमानत देते हुए अदालत ने यह भी निर्देश दिया है कि वह शनिवार और रविवार को दो दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक जिला अस्पताल में मरीजों की देखभाल करें और मरीजों की देखभाल में कंपाउंडर और नर्सों की मदद करें। लड़के ने जमानत अर्जी में कहा है कि अगर उसे जमानत नहीं मिली तो इसका असर उसकी पढ़ाई पर पड़ेगा। जिसके बाद उसे यह कहते हुए जमानत दे दी गई कि वह एक अच्छे परिवार का बेटा है।