14th September 2023, Mumbai: एक तरफ आज हिंदी दिवस को बड़े स्तर पर धूमधाम से मनाया जा रहा है तो दूसरी ओर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विक्रम हरिजन ने फिर ऐसा बयान दे दिया है जो चौकाने वाला है। प्रोफेसर विक्रम का यह बयान अबकी जाति,धर्म पर नही बल्कि भाषा पर है।
क्या है बयान, जो चर्चा में है..
प्रो विक्रम ने आज हिंदी दिवस के मौके पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि सरकार को जल्द से जल्द अंग्रेजी को राष्ट्र की भाषा घोषित कर देनी चाहिए। उनका कहना है कि हिंदी भाषा गुलामी की ओर ले जाती है और अंग्रेजी बुद्धि और सोच का विकास करती है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हिंदी दिवस मनाना एक साजिश है,जिसका मकसद है हाशिए के समाज को पिछड़ा बनाए रखना।
और क्या कुछ है वीडियो में…
उन्होंने वीडियो में और भी बहुत कुछ कहा है जिसको लेकर हिंदी भाषा को प्रेम करने वाले लोगों को समस्या भी हो सकती है। हिंदी दिवस के दिन उनका इस तरह का बयान आना एकदम चौकाने जैसा है। मगर अंग्रेजी क्यों राष्ट्रभाषा बनाई जाए इसके पीछे उन्होंने तर्क भी दिया है,जिसको वीडियो में सुना जा सकता है।
पहले भी विवादों से रहा है उनका गहरा नाता
प्रो विक्रम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़े हैं और वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में पढ़ा रहे हैं। समय समय उनके ऐसे बयान आते हैं जो वैचारिक मतभेद रखने वालों के लिए बहस का विषय बना देते हैं। धार्मिक पाखंड,पूंजीवाद,जातिवाद तथा ब्राह्मणवाद जैसे विषयों पर वो खुलकर बोलते है,जिसका उन्हे विरोध का सामान भी करना पड़ता है।
By Vivek ranjan