सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के लिए वह घर-घर जाकर वह वोट मांग रही हैं। चलिए इस सस्सेंस को खत्म कर आपको बताते हैं कि मुलायम कुनबे की आखिर ये नई स्टार प्रचारक हैं कौन?
लोकसभा चुनाव के बीच इन दिनों समाजवादी पार्टी में एक नए नाम की चर्चा जोरों पर है। हर किसी की जुबान पर बस एक ही बात है कि मुलायम कुबने में ये नई स्टार प्रचारक आखिर हैं कौन? मासूम की सूरत, सादगी भरा अंदाज और चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान लिए जब ये मैनपुरी और कन्नौज के लोगों के बीच पहुंचीं, तो हर कोई इनका कायल हो गया। खास बात यह है कि चुनावी मौसम में ये लंदन से उत्तर प्रदेश पहुंचीं हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के लिए वह घर-घर जाकर वह वोट मांग रही हैं। चलिए इस सस्सेंस को खत्म कर आपको बताते हैं कि मुलायम कुनबे की आखिर ये नई स्टार प्रचारक हैं कौन?
कौन है अदिति यादव?
मां सी सूरत और बोली, दादा और पिता जैसी राजनीतिक समझ और आत्मविश्वास वाली सपा की ये नई स्टार प्रचारक कोई और नहीं बल्कि अखिलेश और डिंपल की लाड़ली बिटिया अदिति यादव हैं। अदिति पहले अपनी मां डिंपल के लिए वोट मांगने मैनपुरी पहुंचीं और फिर अपने पिता अखिलेश यादव के लिए वोट मांगने कन्नौज पहुंचीं। उन्होंने अपने सादगी भरे अंदाज से वहां के लोगों को पल भर में अपना बना लिया।
वहां की महिलाओं ने अदिति को गले से लगातर अपना आशीर्वाद दिया। अदिति यादव सपा के पूर्व मुखिया रहे मुलायम सिंह यादव की पोती हैं। वह अखिलेश यादव और डिंपल यादव की बेटी हैं। अदिति यादव अखिलेश-डिंपल की बड़ी बेटी हैं। उनसे छोटे जुड़वा भाई-बहन भी हैं। 21 वर्षीय अदिति यादव इन दिनों राजनीति में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं।
राजनिति में होगी इस नए चेहरे की एंट्री
क्या अदिति यादव भी राजनीति में आएंगी, ये सवाल हर किसी के जहन में है। 21 साल की अदिति के चुनाव प्रचार के लिए सामने आने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि उनकी राजनीति में एंट्री हो चुकी है।माना ये भी जा रहा है कि उन्हें अखिलेश यादव की उत्तराधिकारी और भविष्य में सपा से सीएम चेहरे के तौर पर भी प्रोजेक्ट किया जा रहा है।अदिति खुद भी एक युवा हैं, तो इस नाते वह यूपी के युवाओं से जुड़े मुद्दों को भी अच्छी तरह समझती हैं। लोगों के बीच जाकर वह इनको समझा भी रही हैं।
ऐसे में सपा को उम्मीद है कि आगे जाकर युवा वोटर्स उनसे जुड़ सकते हैं। खास बात यह है कि वह राजनीति में महिलाओं, पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यकों की भूमिका को भी अच्छी तरह समझती हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है क्यों कि मैनपुरी में उन्होंने इन वोटर्स को साधने की भरकस कोशिश की। उनेक आसपास अच्छी खासी भीड़ भी दिखी, क्या अदिति अपने दादा मुलायम सिंह यादव, मां डिंपल और पिता अखिलेश की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाएंगी, ये तो वक्त ही बताएगा।