क्या है किर्गिस्तान से पाकिस्तान का कनेक्शन? क्यों हुई किर्गिस्तान में विवाद की शुरूआत?

Attention India
Attention India
4 Min Read

पाकिस्तान ने किर्गिस्तान के साथ औपचारिक रूप से 10 में 1992 को राजनिक संबंधों को खत्म कर दिया था हालांकि दोनों देशों के बीच संबंधों की शुरुआत 20 दिसंबर 1991 को किर्गिस्तान के सोवियत संघ से आजाद होने के तुरंत बाद ही हो गई थी।

इन दोनों किर्गिस्तान पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट और वात्सलूकी के लिए काफी चर्चा में है। किर्गिस्तान की राजधानी बिस्किट में पाकिस्तानी छात्रों वाले हॉस्टल को निशाना बनाया जा रहा था। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर किर्गिस्तान ने अचानक पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट और बदसलू की करनी क्यों शुरू कर दी? तो लिए इस विषय पर पूरे विस्तार से जानते हैं।

दोनों देशों के कैसे है संबंध?

पाकिस्तान ने किर्गिस्तान के साथ औपचारिक रूप से 10 में 1992 को राजनिक संबंधों को खत्म कर दिया था हालांकि दोनों देशों के बीच संबंधों की शुरुआत 20 दिसंबर 1991 को किर्गिस्तान के सोवियत संघ से आजाद होने के तुरंत बाद ही हो गई थी। दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंध भले ही खत्म हो गए हो लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी छात्र वहां पढ़ने के लिए जाते हैं।

आप उसे समझ लीजिए कि पाकिस्तानी छात्रों खासकर मेडिकल छात्रों के लिए किर्गिस्तान एक फेवरेट डेस्टिनेशन है। किर्गिस्तान की बात करें तो वह एक इस्लामिक देश होने के साथ ही साथ बहुत जातीय और बहुत धार्मिक देश है। यहां पर अलग-अलग धर्म और जातियों के लोग रहते हैं लेकिन मुस्लिम आबादी यहां पर बड़ी संख्या में है। खासकर शिया सुन्नी और अहमदिया लोगों की तादाद यहां पर बहुत ज्यादा है।

बताते चलें कि शिया सुन्नी इस्लाम धर्म की ही दो अलग-अलग समुदाय है जिन मे आज तक रिश्ते सुधार नहीं पाए। इसके अलावा यहां पर ईसाई बौद्ध और यहूदी भी बड़ी संख्या में रहते हैं। किर्गिस्तान में मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में है लेकिन उनमें भी सनी आबादी इस देश में बहुत ज्यादा है किर्गिस्तान में सुन्नी मुसलमानों की आबादी तकरीबन 90% है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में रह रही ज्यादातर किरगिज आबादी नॉर्थ पाकिस्तान में रहती है। यहां के मूल निवासी तुर्क है।

क्यों हुई हिंसा की शुरूआत?

पाकिस्तान के जियो न्यूज के मुताबिक पूरा विवाद मिस्र की लड़कियों के साथ छेड़छाड़ से शुरू हुआ। 13 मई को मिस्र की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ हुई थी। जियो न्यूज से बातचीत करते हुए, बिश्केक में एक पाकिस्तानी मेडिकल छात्र मोहम्मद अब्दुल्ला ने कहा, ‘विवाद किर्गिस्तान के लोगों की ओर से मिस्र की छात्राओं के उत्पीड़न से शुरू हुआ था। जिसके बाद मिस्र के छात्र स्थानीय विद्यार्थियों से भिड़ गए। जो दंगे भड़कने का प्रमुख कारण है।’ अब्दुल्ला ने बताया कि किर्गिज छात्रों ने बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों सहित विदेशी छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया।

ऐसे हुई विवाद की शुरूआत

किर्गिस्तान में स्थानीय मीडिया के मुताबिक 13 मई को राजधानी शहर के एक छात्रावास में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच लड़ाई हुई। विवाद में शामिल कम से कम तीन विदेशी छात्रों को हिरासत में ले लिया गया। स्थानीय मीडिया ने बताया कि 17 मई की शाम को स्थानीय लोगों ने विवाद में शामिल विदेशी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बिश्केक में विरोध प्रदर्शन किया। किर्गिज मीडिया ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हटने से इनकार कर दिया।

Share This Article