सरस्वती वैद्य हत्याकांड में पुल‍िस की जांच में सनसनीखेज खुलासा-वेब सीरीज देखकर मारने का प्लान बनाया था

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10th June 2023, Mumbai: मीरा-भाईंदर में सरस्वती वैद्य की हत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है। जहां गुरुवार तक आरोपी मनोज साने कह रहा था कि वह और सरस्वती दोनों अनाथ हैं, वहीं शुक्रवार को दोनों के रिश्तेदार सामने आए हैं। सरस्वती की चार और बहनें हैं। माता-पिता की तलाक के बाद उनका पालन-पोषण एक अनाथालय में हुआ था। वहीं, आरोपी मनोज के रिश्तेदार बोरीवली में रहते हैं और बोरीवली पश्चिम के पॉश इलाके भाई नाका की साने रेजिडेंसी में उसका एक फ्लैट है। यह फ्लैट मनोज ने 30 हजार रुपये मासिक किराए पर दे रखा है। गौरतलब है कि जब मनोज और सरस्वती 10 साल पूर्व मिले थे, तब वे दो साल इसी फ्लैट में रहे थे। पुलिस की मानें तो आरोपी एक कोल्ड माइंडेड इंसान है और उसने बहुत सोच-समझकर हत्या को अंजाम दिया है।

पुलिस की मानें तो आरोपी ने ओटीटी पर एक वेबसीरिज देखकर सरस्वती को मारने का प्लान बनाया था। हत्या के बाद लाश को कैसे डीकम्पोज करते हैं, इस संबंध में उसने गूगल पर सर्च किया था। लाश के टुकड़े करने से पूर्व मनोज ने लाश का फोटो भी खींचा था। मोबाइल और फोटो पुलिस के कब्जे में है। सूत्रों की मानें तो सरस्वती की मृत देह पर मारपीट के कई निशान हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मामले को सुलझाने में मोबाइल सबसे अहम सबूत होगा। मोबाइल में खींची गई तस्वीरें और सरस्वती की मृत देह पर मारपीट के निशान मनोज की मंशा को जाहिर करते हैं। इसके अलावा गूगल सर्च इंजिन की हिस्ट्री कई अहम राज खोलेगी।

पुलिस ने लाश के टुकड़ों को डीएनए टेस्ट के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया है। शनिवार को सरस्वती की 3 बहनों ने मीरा रोड पुलिस अधिकारी से मुलाकात की। उन्हें सरस्वती की हत्या की जानकारी समाचार पत्रों और न्यूज चैनल पर चल रही खबरों से हुई। सरस्वती वर्ष 2014 में सरस्वती काम की तलाश में मुंबई आई थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात मनोज से हुई थी। उस समय मनोज ने उसे अपने बोरीवली के 2 बीएचके फ्लैट में रहने को जगह दी थी। कुछ समय बाद दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ गईं और उन्होंने एक मंदिर में शादी कर ली थी।

शुक्रवार को मनोज ने खुद को 2008 से HIV रोग होने का दावा किया है। उसका कहना है कि वह इलाज करवा रहा था और सरस्वती से उसने कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए। पुलिस उसके सभी दावों की जांच कर रही है। आरोपी विगत 29 मई से काम पर नहीं जा रहा था। गौरतलब है कि आरोपी मनोज ने उसके रिश्तेदारों को सूचित न करने का आग्रह पुलिस से किया है। फिलहाल पुलिस के संपर्क में उसके एक चाचा आए हैं।

आरोपी मनोज का कहना है कि उसने सरस्वती की यादों को संजोने के लिए लाश का फोटो खींचा था। दोनो के बीच उम्र का फासला होने के कारण मनोज और सरस्वती ने कई लोगों को अपने बीच मामा-भांजी का रिश्ता बताया था। जानकारी के मुताबिक, दोनो की शादी के बाद सरस्वती की बहनें उसके घर खाना खाने आई थीं। सरस्वती की बहनों ने अंतिम संस्कार के लिए लाश के टुकड़ों की मांग की है।

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