अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने शर्मा के लिए रोड शो किया।
अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने शर्मा के लिए रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ”आप सभी जानते हैं कि किशोरी लाल शर्मा जी अमेठी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। किशोरी जी पिछले 40 साल से आपकी सेवा कर रहे हैं। इसलिए मेरा विश्वास है कि आप सभी हमारे साथ मिलकर किशोरी जी को जीत दिलाएंगे।’’ अब सवाल यह उठता है की आख़िर कौन हैं किशोरी लाल शर्मा और गांधी परिवार से इनका क्या नाता है?
कौन है केएल शर्मा?
कहा जा रहा है कि के एल शर्मा को गांधी परिवार से वफादारी का इनाम मिला है, ऐसा इसलिए क्यों आइए जानते है। वह मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। 1983 के आसपास राजीव गांधी उन्हें पहली बार अमेठी लेकर आए थे। तब से वह यहीं के होकर रह गए। 1991 में राजीव गांधी की मौत के बाद जब गांधी परिवार ने यहां से चुनाव लड़ना बंद किया तो भी शर्मा कांग्रेस पार्टी के सांसद के लिए काम करते रहे।
रायबरेली से सोनिया गांधी के सांसद चुने जाने के बाद उनके प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते रहे। सोनिया गांधी के चुनाव नहीं लड़ने पर किशोरी को रायबरेली से दावेदार माना जा रहा था लेकिन पार्टी ने उन्हें रायबरेली के बजाय अमेठी से उम्मीदवार बनाया है।
क्यों इतनी जरुरी है अमेठी?
यूपी की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी से वर्ष 1999 में सोनिया गांधी ने अपना पहला चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने वर्ष 2004 में यह सीट राहुल गांधी के लिए छोड़ दी। राहुल गांधी 2004, 2009, 2014 में चुनाव जीत गए लेकिन, वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए। 1998 में इस सीट से गांधी परिवार के करीबी कैप्टन सतीश शर्मा चुनाव लड़े थे। उसके बाद से लगातार यह सीट गांधी परिवार के लिए आरक्षित रही है।

राहुल लड़ेंगे रायबरेली से?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राहुल की मां सोनिया गांधी 2004 से इस सीट से लोकसभा चुनाव जीतती आई हैं। परंपरागत रूप से गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों के कब्जे वाली इन दोनों सीट पर दावेदारों के नामों को लेकर पार्टी में गुरुवार से ही विचार-विमर्श चल रहा था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। सिंह को 2019 लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी से हार का सामना करना पड़ा था।