ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत एक चौंकाने वाली घटना थी। एक प्लेन क्रैश में उनकी मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं जिनमें से सबसे सोने वाला सवाल यह है की इब्राहिम रईस सी की मौत एक हादसा थी या फिर किसी की साजिश?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत एक चौंकाने वाली घटना थी। एक प्लेन क्रैश में उनकी मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं जिनमें से सबसे सोने वाला सवाल यह है की इब्राहिम रईस सी की मौत एक हादसा थी या फिर किसी की साजिश? जाहिर से बात है ईरान और इजरायल के बीच के रिश्ते इन दिनों कुछ खास अच्छे नहीं है और यदि ईरान के राष्ट्रपति की मौत हो जाए तो सबसे पहले शक उसके दुश्मन देश इजराइल पर ही जाता है। तो क्या ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर को इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने मार गिराया? आईए जानते हैं।
क्या हुआ था मौत के ठीक पहले?
ईरान के प्रेसिडेंट रईसी समेत कई वीवीआईपी को लेकर उड़ान भर रहा ईरान का हेलीकॉप्टर ईरानी शहर तबरेज के करीब 50 किलोमीटर दूर वर्जेकांत शहर के नजदीक पहाड़ी इलाकों में अचानक गुम हो गया फिर अचानक खबर आती है की मौसम की वजह से रईसी के हेलीकॉप्टर की पहाड़ी इलाके में हार्ड लैंडिंग हुई है। इसी बीच हेलीकॉप्टर को ढूंढने की कोशिश में भी जारी रहती है और फिर करीब 16 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ईरानी और तुर्किश सर्विलांस टीमों को ऐसी तस्वीर तस्वीर नजर आती हैं जो काफी भयानक थी।
ड्रोनस की मदद से राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर को खोज निकाला गया। रूस ने भी पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन के एक्सपर्ट माने जाने वाले 50 लोगों की एक रेस्क्यू टीम को मकई वारदात के लिए रवाना किया अलग-अलग डिटेक्शन डिवाइस और डिटेक्टर ड्रोनेस के साथ इन टीमों ने घंटे की मशक्कत के बाद बताया कि प्लेन क्रैश हो चुका है।
हादसा या साजिश ?
ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश होना सीधे-सीधे इसराइल को शक की निगरानी में रखता है। क्योंकि ईरान के इजरायल के साथ इन दोनों रिश्ते बेहद खराब है ऐसे में इस वारदात के पीछे कोई साजिश हो या ना हो सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर लोग प्रेसिडेंट इब्राहिम रईस की मौत के लिए इसराइल की खुफिया एजेंसी को शक भरी निगाहों से देख रहे हैं।
सवाल यह है कि क्या मुसद नहीं ईरानी प्रेसिडेंट इब्राहिम रहीसी का हेलीकॉप्टर क्रैश करवा दिया? इसराइल पर शक करने के कई कारण है पहले कारण के रूप में तो यह देखा जा सकता है कि इसराइल और ईरान के बीच के रिश्ते काफी तीखे हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही इन दोनों के बीच काफी लड़ाइयां हुई और कई लोगों की जान भी गई। ईरान ने इजरायल के सभी विरोधियों को हौसला दिया था जिसके कारण भी हो सकता है कि इसराइल काफी भड़का हुआ था और उसने इतना बड़ा कदम उठाया।