13th July 2023, Mumbai: संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी सीएसई) की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना न जाने कितने अभ्यर्थी देखते हैं इसकी तैयारी करते हैं.लेकिन हर किसी का यह सपना साकार नहीं होता है. कड़ी मेहनत और निरंतरता के साथ धैर्य आपको सही दिशा में आगे बढ़ाता है, सफलता दिलाता है. आज हम बात कर रहे हैं आईएएस प्रदीप सिंह की. जिन्होंने सन 2019 की यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक वन प्राप्त की थी.
सन 1991 में जन्में प्रदीप सिंह हरियाणा के सोनीपत जिले के गनौर के रहने वाले हैं.उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा शंभू दयाल मॉडर्न स्कूल से की. इसके बाद सन 2012 में दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी एंड टेक्नोलॉजी, मुरथल से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी.
चार बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए होने वाले प्रदीप सिंह ने सन 2019 की यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक वन प्राप्त की. प्रदीप सिंह इससे पहले सन 2018 की यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 260 प्राप्त कर आईआरएस अधिकारी बने थे. उन्होंने नेशनल एकेडमी ऑफ कस्टम, एक्साइज एंड नारकोटिक्स फरीदाबाद में अपनी सेवाएं दीं.प्रदीप सिंह का ऑप्शनल सब्जेक्ट पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था.
राइटिंग स्किल पर ध्यान
प्रदीप सिंह के एक दोस्त ने उन्हें फोन करके यूपीएससी का रिजल्ट आने की जानकारी दी थी और बताया कि तुमने यूपीएससी टॉप किया है. उन्होंने जब अपने पिता को बताया कि उन्होंने टॉप किया है तो पिता सुखबीर सिंह को एक बार तो विश्वास ही नहीं हुआ था. प्रदीप का मानना है कि शिक्षा और सीखना एक जरूरी और कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है. उनका कहना है कि मुख्य परीक्षा पास करने के लिए कैंडिडेट्स को राइटिंग स्किल पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. इंटरव्यू राउंड के लिए व्यक्ति को अपने इंटरपर्सनल स्किल पर ध्यान देना चाहिए.