क्या आपको भी होती है पीरियड्स के दौरान भारी ब्लीडिंग, जानिए कारण और नियंत्रित करने के तरीके

अगर आपको भी पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं.आइए जानते हैं इस बारे में...

Admin
Admin
4 Min Read
Highlights
  • क्या पीरियड्स के दौरान भारी रक्तस्राव?
  • हैवी ब्लीडिंग कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपाय.
  • हैवी ब्लीडिंग की समस्या में हल्दी वाला दूध पीने से राहत मिलती है.

7th July 2023, Mumbai: मासिक धर्म में ब्लीडिंग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग हो सकता है. ना सिर्फ फ्लो, बल्कि नियमितता के मामले में भी.कुछ लोगों के लिए, मासिक धर्म के ब्लीडिंग की अवधि आम तौर पर 2-7 दिनों के बीच रहती है. जबकि अन्य के लिए ये कम या अधिक हो सकती है. कुछ लोगों को हल्की ब्लीडिंग का अनुभव हो सकता है. जबकि अन्य को हैवी ब्लीडिंग का अनुभव हो सकता है जिसके लिए सैनिटरी पैड को बार-बार बदलने की आवश्यकता होती है.एक्सपर्ट इस स्थिति को मेनोरेजिया कहते हैं. ये अंदरुनी किसी दिक्कत की वजह से होती है.आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से…

मेनोरेजिया क्या है?

मेनोरेजिया की व्याख्या की जाए तो इसका सीधा मतलब है जरूरत से ज्यादा ब्लीडिंग होना. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक जब किसी महिला को 7 दिनों से अधिक समय तक पीरियड्स रहता है और उसे हर 2 घंटे में पैड या टैम्पोन बदलने की जरूरत होती है तो ये मेनोरेजिया माना जाता है.ये आपके दिनचर्या को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है.

मेनोरेजिया में ये समस्याएं होती है

    • यह आपकी दैनिक गतिविधियों को प्रभावित करता है.
    • आप हर घंटे एक या एक से अधिक सैनिटरी पैड या टैम्पोन बदल रहे हैं.
    • आपका रक्तस्राव एक सप्ताह से अधिक समय तक रहता है.
    • इससे आपके हीमोग्लोबिन में गिरावट आती है.
    • पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द रहता है.
    • थकान महसूस होना, ऊर्जा की कमी होना या सांस फूलना.

मेनोरेजिया के कारण

1.हार्मोनल इंबैलेंस, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के बीच असंतुलन, अत्यधिक या लंबे समय तक मासिक धर्म रक्तस्राव का कारण बन सकता है.

2.गर्भाशय में ये गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि गर्भाशय की परत के सामान्य संकुचन और बहाव को प्रभावित करके मेनोरेजिया का कारण बन सकती है.

3.यह स्थिति तब होती है जब गर्भाशय की परत के टिशू गर्भाशय की मांसपेशियों की दीवार में बढ़ने लगते हैं, जिससे भारी या लंबे समय तक मासिक धर्म में रक्तस्राव होता है.

हैवी ब्लीडिंग कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपाय

1.हैवी ब्लीडिंग की समस्या में हल्दी वाला दूध पीने से राहत मिलती है. आप दूध में दालचीनी मिलाकर पी सकती हैं. इससे भी हैवी ब्लीडिंग को कम किया जा सकता है.

2.हैवी ब्लीडिंग की समस्या में विटामिन सी, विटामिन ई के साथ मैग्नीशियम से भरपूर चीजों का सेवन करें. कीवी, ब्रोकली, टमाटर, स्ट्रॉबेरी, खरबूजे के बीज विटामिन और मैग्नीशियम रिच फूड हैं. इनके सेवन से आपको फायदा मिल सकता है.

3.सौंफ को पीसकर इसका पाउडर बना लें और इसे एक कप पानी के साथ लगभग 5 मिनट तक उबालें. इसको छानकर गरमा गरम पिएं. इससे भी आपको फायदा मिल सकता है.

4.सरसों के दानों को मिक्सी में डालकर पाउडर बना लें. पीरियड में हैवी ब्लीडिंग होने पर गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच पाउडर को फांक लें. इससे भी काफी आराम मिल सकता है.

5. अगर आपकी समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *