प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार पर अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए गलत सूचनाओं और झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया। खड़गे ने दावा किया कि भाजपा सरकार बेरोजगारी, आर्थिक विकास, महंगाई और व्यापार संतुलन सहित विभिन्न मोर्चों पर कमजोर रही है। राज्यसभा को संबोधित करते हुए खड़गे ने मांग की कि पीएम मोदी को उनके कार्यकाल के दौरान उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए।
पीएम मोदी का विवादित बयान और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
संसद के दोनों सदनों में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस और यूपीए सरकार के खिलाफ जुबानी हमला किया। पीएम मोदी की टिप्पणी का जवाब देते हुए, मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह कहते हुए पलटवार किया कि पीएम झूठ के जाल के पीछे छिप रहे हैं और बढ़ती बेरोजगारी और कम आर्थिक विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में विफल रहे हैं। खड़गे ने इस बात पर भी जोर दिया कि एनडीए सरकार की नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है और व्यापार घाटे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
बेरोजगारी और आर्थिक विकास
खड़गे ने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान बेरोजगारी दर 2.2 प्रतिशत थी, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में यह 45 वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने पीएम मोदी को चुनौती दी कि वह बताए कि बेरोजगारी इतने खतरनाक स्तर पर क्यों पहुंच गई है और भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान जीडीपी विकास दर कम क्यों रही है। खड़गे ने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि यूपीए सरकार के तहत, औसत जीडीपी वृद्धि दर 8.13% थी, जबकि पीएम मोदी के प्रशासन में यह गिरकर 5.6% हो गई है।
विश्व बैंक की रिपोर्ट और भाजपा की विफल नीतियाँ
विश्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए खड़गे ने उल्लेख किया कि भारत 2011 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने 10 वर्षों में 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, जबकि वर्तमान सरकार ऐसी प्रगति दिखाने में विफल रही है। खड़गे ने झूठे दावों पर ध्यान केंद्रित करने और सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की। उन्होंने आगे भाजपा पर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के संबंध में “बेचें और लूटें” की नीति लागू करने का आरोप लगाया।
खाली पड़े सरकारी पद
खड़गे ने विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पदों की खतरनाक संख्या पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रेलवे, इस्पात, नागरिक उड्डयन, रक्षा (गैर-सैन्य) और पेट्रोलियम जैसे क्षेत्रों में लगभग 3 लाख पद खाली हैं। खड़गे ने इन पदों को नहीं भरने और आबादी के एक बड़े हिस्से को बेरोजगार छोड़ने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि एकलव्य स्कूलों में भी, जिनके बारे में प्रधानमंत्री अक्सर बात करते हैं, 70% शिक्षक अनुबंध के आधार पर कार्यरत हैं।
व्यापार संतुलन और आर्थिक डेटा हेरफेर
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा सरकार के तहत बढ़ते व्यापार घाटे पर चिंता जताई। इस मुद्दे से अवगत होने के बावजूद, सरकार इसे एक समस्या के रूप में स्वीकार करने या सुधारात्मक उपाय करने में विफल रही है। खड़गे ने सरकार पर प्रगति और विकास की झूठी कहानी गढ़ने के लिए चुनिंदा रूप से आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने तर्क दिया कि सरकार की पारदर्शिता की कमी और आर्थिक आंकड़ों में हेरफेर उनकी विश्वसनीयता को कम करता है।
-Daisy