इन 5 पेड़ों में कलावा बांधने से खुल जाती है बंद किस्मत, होती है खूब तरक्की

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17th June 2023, Mumbai: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ को विशेष महत्व होता है. जिस घर में नियमित रूप से भगवान की पूजा की जाती है उस घर के सदस्यों पर हमेशा भगवान की कृपा बनी रहती है. सनातन धर्म में पेड़-पौधों को भी विशेष दर्जा प्राप्त है. शास्त्रों में हर एक देवी-देवता और ग्रह का संबंध पेड़-पौधों से बताया गया है. मान्यता है इन पौधों की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है.

कुछ खास पेड़-पौधों की पूजा करने से मनुष्य के जीवन से ग्रह संबंधित दोष दूर होते हैं. कुछ पेड़-पौधों में कलावा बांधना शुभ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार इन पेड़ों पर कलावा बांधने से बंद किस्मत खुल जाती है और आर्थिक लाभ भी होता है. जानते हैं इनके बारे में.

बरगद का पेड़
शास्त्रों में बरगद यानी वट वृक्ष के पेड़ की पूजा करने का विधान बताया गया है. वट सावित्री व्रत के दौरान महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और इसके चारों ओर चक्कर लगाकर इस पर कलावा बांधती हैं. माना जाता है कि बरगद के पेड़ में कलावा बांधने से सुहागिन स्त्रियों का सुहाग हमेशा बना रहा है. इस पेड़ पर कलावा बांधने से अकाल मृत्यु जैसे योग भी टलते हैं.

पीपल
शास्त्रों में पीपल के पेड़ को बहुत पवित्र माना जाता है. इस पेड़ में देवताओं वास माना जाता है. अगर आप करियर में तरक्की चाहते हैं पीपल के पेड़ में कलावा बांधें. ऐसा करने पर घर में सुख समृद्धि और धन का आगमन होता है.

तुलसी
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पूजनीय माना जाता है. तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है. यह विष्णु जी को बेहद प्रिय है. तुलसी के पौधे में कलावा बांधने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों की ही कृपा प्राप्त होती है. इससे घर में सुख- शांति का वास होता है.

शमी
शमी के पेड़ शनि देव को शिव को प्रिय है. इसकी पूजा से दोनों देव प्रसन्न होते हैं. मान्यताओं के अनुसार शमी के पेड़ में कलावा बांधने पर शनि देव और भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है. इससे राहु- केतु ग्रह भी शांत होते हैं.

केले का पेड़
केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. इसकी पूजा करने और इसमें कलावा बांधने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है.

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