पंजाब के पूर्व डिप्टी CM ओपी सोनी के खिलाफ बड़ा एक्शन, विजिलेंस टीम ने किया गिरफ्तार

सतर्कता विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक पूर्व डिप्टी सीएम और उनके परिवार की आय 4 करोड़ 52 लाख 18 हजार 771 रुपये थी, जबकि खर्च 12 करोड़ 48 लाख 42 हजार 692 रुपये था. यह उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से करीब 8 करोड़ रुपये या 176 प्रतिशत अधिक था.

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Highlights
  • आमदनी से ज्यादा खर्च का आरोप
  • पूर्व सीएम चन्नी भी जांच के घेरे में
  • पंजाब के पूर्व डिप्टी CM ओपी सोनी गिरफ्तार, आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस टीम ने लिया एक्शन

10th July 2023, Mumbai: पंजाब के सतर्कता विभाग ने रविवार को राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी को कथित आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार कर लिया. एजेंसी का आरोप है कि सोनी ने वर्ष 2016 से 2022 की अवधि के दौरान अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की.

सतर्कता विभाग के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि 10 अक्टूबर 2022 को सोनी के खिलाफ जांच के आदेश मिले थे, जिसके बाद अमृतसर रेंज के सतर्कता विभाग थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

आमदनी से ज्यादा खर्च का आरोप
प्रवक्ता ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक पूर्व डिप्टी सीएम और उनके परिवार की आय 4 करोड़ 52 लाख 18 हजार 771 रुपये थी, जबकि खर्च 12 करोड़ 48 लाख 42 हजार 692 रुपये था. यह  उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से करीब 8 करोड़ रुपये या 176 प्रतिशत अधिक था.

ब्यूरो का आरोप है कि पूर्व डिप्टी सीएम ने अपनी पत्नी सुमन सोनी और बेटे राघव सोनी के नाम पर संपत्ति बनाई है.

पूर्व सीएम चन्नी भी जांच के घेरे में
बता दें कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच शुरू की. इससे पहले 5 जुलाई को आय से अधिक संपत्ति के मामले में कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी मोहाली में विजिलेंस ब्यूरो के सामने पेश हुए थे. ब्यूरो चन्नी के खिलाफ कथित तौर पर आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच कर रहा है.

चन्नी से पहले जून और अप्रैल में दो बार सतर्कता ब्यूरो के अधिकारियों ने पूछताछ की थी. इस पूछताछ के बाद चन्नी ने उनके खिलाफ “झूठा प्रचार” करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की थी.

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