अमित शाह ने कहा, ‘ममता बनर्जी मां, माटी, मानुष’ के नारे के साथ सत्ता में आई थीं, लेकिन यह नारा बदल गया है और अब मुल्ला, मौलवी, मदरसा है, उन्होंने दुर्गा विसर्जन की अनुमति देने से इनकार कर दिया, लेकिन रमजान में मुस्लिम कर्मचारियों को छुट्टी दे दी
लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) धुआंधार प्रचार कर रही है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री व पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के सेरामपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया और उन्होंने सूबे की ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथ लिया, उन्होंने बताया कि जिस नारे के साथ ममता बनर्जी सत्ता में आई थीं उसे अब उन्होंने बदल दिया है, साथ ही साथ केंद्रीय गृह मंत्री ने दुर्गा पूजा का भी जिक्र कर टीएमसी प्रमुख पर निशाना साधा।
मां, माटी, मानुष से आई थी सत्ता में
अमित शाह ने कहा, ‘ममता बनर्जी मां, माटी, मानुष’ के नारे के साथ सत्ता में आई थीं, लेकिन यह नारा बदल गया है और अब मुल्ला, मौलवी, मदरसा है, उन्होंने दुर्गा विसर्जन की अनुमति देने से इनकार कर दिया, लेकिन रमजान में मुस्लिम कर्मचारियों को छुट्टी दे दी।
INDI पर भी साधा निशाना
उन्होंने इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा, ‘जब INDI गठबंधन शासन कर रहा था तो कश्मीर में स्ट्राइक होती थीं। पीएम मोदी का प्रभाव देखिए, अब PoK में स्ट्राइक होती हैं। पहले के नारे आजादी, पत्थरबाजी जैसी चीजें हमारी ओर से होती थीं, अब यह सब पीओके में होता है। मणिशंकर अय्यर और फारुख अब्दुल्ला कहते हैं कि PoK की बात मत करो, क्योंकि पाकिस्तान के पास एटम बम है। मैं कहना चाहता हूं कि राहुल गांधी, ममता दीदी आपको डरना है तो डरिए, लेकिन ये PoK भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे।’
ममता ने संविधान तक को नहीं छोड़ा
शाह ने हुगली में कहा कि ममता दीदी और कांग्रेस धारा 370 हटाने का विरोध करते हैं। जब मैंने पूछा, तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। ये नरेंद्र मोदी जी का शासन है, 5 साल हो गए खून की नदियां तो छोड़ो किसी की कंकड चलाने की भी हिम्मत नहीं है। नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटाकर पूरे कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ जोड़ दिया, उन्होंने कहा कि सत्यजीत रे बहुत बड़े कलाकार थे, उन्होंने एक मूवी बनाई – हीरक राजार देशे।
मगर जब ममता जी का शासन आया, तब सत्यजीत दा नहीं थें, वरना वो हीरक राजार देशे की जगह हीरक रानी नाम से मूवी बनाते. ममता बनर्जी हीरक रानी हैं। ममता दीदी खुद तो संविधान की धज्जियां उड़ाती हैं और यहां से दीदी के नुमाइंदे कल्याण बनर्जी, उपराष्ट्रपति के संवैधानिक पद का मखौल उड़ाने का काम कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं, मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया? उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपए दिए, जबकि पीएम मोदी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपए देने का काम किया।