मशहूर आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव की सेहत को लेकर अहम जानकारी सामने आई है। सद्गुरु की मस्तिष्क की आपातकालीन सर्जरी हुई। सर्जरी सफल रही, वह पिछले कुछ दिनों से सिरदर्द और उल्टी से पीड़ित थे। 17 मार्च को उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद डा. विनीत सूरीने उनकी जांच की और एमआरआई की सलाह दी। एमआरआई रिपोर्ट में उनके मस्तिष्क में सूजन और रक्तस्राव दिखाई दिया। जिसके बाद ये सर्जरी की गई है।
सर्जरी के बाद सद्गुरु की पहली प्रतिक्रिया
“अपोलो अस्पताल में मेरी मस्तिष्क की सर्जरी हुई। क्या डॉक्टर मेरे मस्तिष्क में ट्यूमर या कुछ और ढूंढ रहे हैं? इसकी जाँच की लेकिन वे इसे नहीं पा सके। इसके बाद मेरी सर्जरी की गई। मेरे मस्तिष्क को कोई क्षति नहीं हुई है” सद्गुरु ने मुस्कुराते हुए कहा।
आज सर्जरी की गई
आज याने की 20 मार्च को दिल्ली के अपोलो अस्पताल के डा. विनीत सूरी, डा. प्रणव कुमार, डा.सुधीर त्यागी एवं डा. एस चटर्जी के डॉक्टरों की टीम ने उनकी आपातकालीन सर्जरी की। सर्जरी के बाद सद्गुरु का वेंटिलेटर सपोर्ट भी हटा दिया गया है और उनकी हालत अब अच्छी है। अपडेट के अनुसार, सर्जरी के बाद उनके मस्तिष्क, शरीर और महत्वपूर्ण मापदंडों में अच्छा सुधार हो रहा है।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव अपने उपदेशों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं
जग्गी वासुदेव एक आध्यात्मिक गुरु, योगी, लेखक और कवि हैं। उन्हें रहस्यमय लेखन का भी शौक है। दुनियाभर में उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। वह ईशा फाउंडेशन नामक संस्था के संस्थापक भी हैं। ईशा फाउंडेशन भारत, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग सिखाने का काम करता है। सद्गुरु ने अब तक 8 भाषाओं में 100 से अधिक किताबें भी लिखी हैं। जग्गी वासुदेव का जन्म 5 सितंबर 1957 को कर्नाटक के मैसूर शहर में हुआ था। उन्हें बचपन से ही प्रकृति से प्रेम था। उन्होंने ध्यान में भी रुचि विकसित की और उन्होंने 11 साल की उम्र में योग का अभ्यास शुरू कर दिया था। राघवेंद्र दास उनके योग गुरु थे।