भारतीय राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) की नेता कविता की गिरफ्तारी के साथ दिल्ली शराब घोटाले ने नया मोड़ ले लिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कविता को गिरफ्तार किया और बाद में उसे अदालत में पेश किया। अदालत में पेश होने के दौरान, कविता ने अपनी गिरफ्तारी को “गैरकानूनी” करार दिया और दावा किया कि उनके खिलाफ मामला “मनगढ़ंत” था।
गिरफ्तारी और उसके बाद की घटना
दिल्ली शराब घोटाले में ईडी की जांच ने उन्हें बीआरएस की एक उल्लेखनीय व्यक्ति कविता तक पहुंचाया। गिरफ्तारी के बाद कविता को अदालत में पेश किया गया जहां जांच एजेंसी ने उसकी दस दिनों की हिरासत का अनुरोध किया। इस बीच, बीआरएस कार्यकर्ता ईडी के कदम के विरोध में सड़कों पर उतर आए। अपनी गिरफ्तारी के जवाब में, कविता ने इसे गैरकानूनी माना और अपने बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की।
कविता ने अदालत को बताया, “मेरा रक्तचाप अधिक है, मेरी हृदय गति सामान्य नहीं है, और उन्होंने जबरन सुबह 3 बजे एक इंजेक्शन लगाया।
कविता का स्टैंड
आरोपों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ी कविता ने कहा कि यह मामला मनगढ़ंत था। उन्होंने तर्क दिया कि उनकी गिरफ्तारी गिरफ्तारी की शक्ति का घोर दुरुपयोग था। कविता के कानूनी प्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम चौधरी ने अदालत से अनुरोध किया कि उन्हें अपने मुवक्किल के साथ बातचीत करने की अनुमति दी जाए। अदालत ने बातचीत की अनुमति दी, जिसके बाद कविता और उनकी कानूनी टीम ने मजबूत बचाव के साथ आरोपों का खंडन किया।
कानूनी कार्यवाही
विक्रम चौधरी के अनुसार, कविता को कभी भी उच्च रक्तचाप का इतिहास नहीं रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि सितंबर 2023 में एक सुनवाई हुई थी, जहाँ एएसजी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि कविता को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। हालाँकि, वादे का उल्लंघन किया गया और कविता के खिलाफ 3 जनवरी, 2024 को समन जारी किया गया। चौधरी ने एएसजी के आश्वासन का हवाला देते हुए समन को रद्द करने की मांग की। हालांकि, अदालत को इस मांग पर कोई जवाब नहीं मिला।
आरोप-प्रत्यारोप
ईडी ने पहले दावा किया था कि कविता शराब कारोबारियों की लॉबी ‘साउथ ग्रुप’ से जुड़ी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वह 2021-22 के लिए दिल्ली आबकारी नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश कर रही थी। कविता ने ईडी द्वारा जारी कम से कम दो समनों को नजरअंदाज कर दिया, जिससे उनकी गिरफ्तारी हुई।
प्रतिक्रिया
कविता की गिरफ्तारी ने विभिन्न प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है। जहां बीआरएस कार्यकर्ता सड़कों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं पार्टी कविता की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की भी तैयारी कर रही है। पार्टी कविता की याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए शीर्ष अदालत में अपील करने की योजना बना रही है।
दिल्ली शराब घोटाला राजनीतिक निहितार्थ वाला एक जटिल मामला है। कविता की गिरफ्तारी से मामले ने नया मोड़ ले लिया है। अब, यह देखा जाना बाकी है कि अदालती कार्यवाही कैसे सामने आती है और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा। गिरफ्तारी को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का बीआरएस का कदम इंगित करता है कि पार्टी इस लड़ाई को सभी मोर्चों पर लड़ने के लिए तैयार है।